NPS में होंगे 3 नए मॉडल — पेंशन व रिटायरमेंट इनकम की गारंटी की दिशा में बड़ा कदम

NPS में बड़ा सुधार: PFRDA ने पेश किए तीन नए मॉडल, रिटायरमेंट आय की गारंटी की दिशा में बड़ा कदम

नई दिल्ली | 04 अक्टूबर 2025


पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में ऐतिहासिक सुधारों की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। संस्था ने तीन नए पेंशन मॉडल प्रस्तावित किए हैं, जिनका उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद स्थायी और सुनिश्चित आय प्रदान करना है। PFRDA ने इस पर जनता, विशेषज्ञों और हितधारकों से सुझाव आमंत्रित किए हैं।



🔹 NPS में बदलाव की आवश्यकता क्यों पड़ी

वर्तमान में NPS एक कॉन्ट्रिब्यूशन आधारित प्रणाली है, यानी निवेशक जितनी राशि जमा करते हैं, उसी के आधार पर उनकी रिटायरमेंट के समय की राशि तय होती है। लेकिन बाजार की अस्थिरता, महंगाई दर और निवेश के जोखिम के कारण रिटायरमेंट के बाद आय की कोई निश्चित गारंटी नहीं होती। इसी कारण PFRDA ने अब गारंटीड पेंशन मॉडल पेश करने का निर्णय लिया है।

🧾 तीन नए पेंशन मॉडल — जानिए क्या होंगे बदलाव

1️⃣ SWP + एन्युटी मॉडल (Systematic Withdrawal Plan with Annuity)

  • कम से कम 20 वर्ष का योगदान अनिवार्य होगा।
  • रिटायरमेंट के समय हर माह 4.5% वार्षिक दर से निकासी की जाएगी।
  • हर वर्ष यह भुगतान 0.25% बढ़ेगा ताकि महंगाई का असर घटे।
  • 70 वर्ष की आयु के बाद शेष राशि से जीवनभर की एन्युटी खरीदी जाएगी।
  • 90 वर्ष से पहले मृत्यु होने पर लाभार्थी को शेष अवधि तक पेंशन मिलेगी।

2️⃣ महंगाई आधारित पेंशन मॉडल (Inflation-Linked Pension Model)

  • पेंशन राशि हर वर्ष उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर बढ़ाई जाएगी।
  • 20 वर्ष का योगदान आवश्यक रहेगा।
  • 75% निवेश सरकारी बॉन्ड्स में और 25% तक इक्विटी में रखा जाएगा।
  • यह मॉडल महंगाई से सुरक्षित पेंशन उपलब्ध कराएगा।

3️⃣ पेंशन क्रेडिट मॉडल (Pension Credit Model)

  • निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार 1, 3 या 5 वर्ष की परिपक्वता अवधि चुन सकते हैं।
  • सेवानिवृत्ति की आयु, लक्ष्य पेंशन और निवेश राशि के अनुसार योजना डिज़ाइन की जा सकती है।
  • यह मॉडल युवाओं और स्व-नियोजित व्यक्तियों के लिए उपयोगी होगा।

🔹 निवेशकों को होने वाले लाभ

  • गारंटीड पेंशन – रिटायरमेंट के बाद निश्चित आय का भरोसा।
  • महंगाई से सुरक्षा – CPI आधारित पेंशन से वास्तविक मूल्य बना रहेगा।
  • लचीलापन – अलग-अलग जरूरतों के अनुसार मॉडल चुनने की सुविधा।
  • डिजिटल मॉनिटरिंग – सभी लेनदेन पारदर्शी और ट्रैक करने योग्य होंगे।

🔹 हितधारकों से सुझाव आमंत्रित

PFRDA ने कहा है कि इन प्रस्तावों पर 31 अक्टूबर 2025 तक सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। इसके बाद प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार पर अंतिम मॉडल तय किया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत को “पेंशन सुरक्षा युक्त समाज” बनाना है, ताकि सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र के कर्मचारियों को दीर्घकालिक सामाजिक सुरक्षा मिल सके।

🔹 विशेषज्ञों की राय

वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल भारत की पेंशन व्यवस्था में ‘गैर-गारंटीड’ से ‘गारंटीड रिटायरमेंट इनकम’ की दिशा में बड़ा बदलाव है। इन मॉडलों से निवेशक अब बाजार जोखिम से कम और स्थिर आय पर अधिक भरोसा कर सकेंगे।

🏁 निष्कर्ष

प्रस्तावित तीनों मॉडल NPS को अधिक स्थिर, पारदर्शी और निवेशक-हितैषी बनाएंगे। सरकार और PFRDA दोनों का उद्देश्य है कि देश का हर नागरिक रिटायरमेंट के बाद एक सुरक्षित और सुनिश्चित आय प्राप्त करे।


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